
सुनयमति माताजी संघ सहित बोरगांव से विहार कर खंडवा पहुंची,
सराफा जैन धर्मशाला में प्रतिदिन होंगे माताजी के प्रवचन,
खंडवा ।। साधु संत चलते-फिरते तीर्थ के समान होते हैं जब भी अपने नगर में साधु संतों का आगमन हो तो उनके सानिध्य का लाभ हमें प्राप्त करना चाहिए, जैन संत 24 घंटे में सिर्फ एक समय भोजन कर पदयात्रा करते हुए एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचते हैं एवं गांव या शहरों में रुक कर धर्म की प्रभावना करते हैं, समाज के सचिव सुनील जैन ने बताया कि धर्म नगरी खंडवा में लगभग 20 दिनों पूर्व आचार्य श्री 108 सुंदर सागर जी महाराज की आज्ञानुवर्ती शिष्या आर्यिका 105 श्री सुनयमति माताजी ससंघ का आगमन नवकार नगर में हुआ था ,उसके उपरांत माताजी ससंघ का विहार दयोदय तीर्थ बोरगांव में हुआ ,धर्म प्रभावना करते हुए माताजी ससंघ बुधवार को खंडवा शहर के मध्य श्री महावीर जिनालय घासपुरा होते हुए श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर सराफा बाजार प्रवेश किया ,जैन धर्मशाला में माता जी के मंगल प्रवचन हुए, प्रतिदिन माताजी के मंगल प्रवचन प्रातः 8:30 बजे से प्रारंभ होंगे, दोपहर में 3.30 से धार्मिक कक्षा लगेगी, संध्या मे 7 बजे से गुरु भक्ति होगी , समिति के प्रचार मंत्री सुनील जैन एवं प्रे
मांशु चौधरी ने बताया कि माताजी सत्संग सराफा जैन धर्मशाला में विराजमान है एवं प्रतिदिन उनके प्रवचन व अन्य कार्यक्रम होंगे, मुनि सेवा समिति के अध्यक्ष विजय सेठी, अविनाश जैन पंकज जैन महल ने सभी सामाजिक बंधुओ से अनुरोध किया है कि अधिक से अधिक संख्या में प्रवचन एवं अन्य कार्यक्रमों में उपस्थित होकर धर्म लाभ लेवे, बुधवार को माताजी बोरगांव से मंगल विहार कर खंडवा पहुंची विहार में प्रेम जैन सत्तू वाले, प्रदीप कासलीवाल, गीतांश छाबड़ा ,चिराग पाटनी, बाबू पाटनी, अर्पित जैन ,आर्ची जैनसाथ थे,धर्म सभा में श्रीमान विजय सेठी, वीरेंद्र भट्टयांण जैन, कैलाश पहाड़िया अविनाश जैन ,चिंतामण जैन संतोष छाबड़ा ,देवेंद्र सराफ , सुनील जैन प्रफुल्ल कासलीवाल पंडित निखिलेश जैन उपस्थित थे।